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[7/5, 11:10 AM] Chhatrapal Sahu: अब तो गिरजा रे पानी।
भले फूटे भाड़ी चाहे चूहे छानी।।
पानी ह गीरत नईहे।
नांगर ह गड़त नईहे ।।
बतर के दिन ह आगे।
कतको ह बोवत हे कतको के बोवागे।।
बोवाय धान ह सुखावत हे।
जागे धान ह अईलावत हे।।
घाम अतका की मुड़ कान तिपत हे।
खेत खार मे भोंभरा जरत हे।।
किसान ह संझा बिहनीया पानी ल जोहत हे।
थोक बहुत बाचे हे तहू ल बोवत हे।।
बैठे बैठे किसान मन गुणत हे।
न जागत हे न सुतत हे।।
अईसन हाल म बिगड़ जाही किसानी।
अब तो गिरजा रे पानी।
भले फूटे भाड़ी चाहे चूहे छानी ।।
[7/8, 11:09 AM] Chhatrapal Sahu: “तेज बारिश मेँ खड़ा रहा मैँ..

बस एक शब्द सुनने को...!!

वो कह दे.....इधर आओ पागल भीग जाओगे....!!”

तभी मम्मी की आवाज आई...अंदर आ जा रे रोगहा..काली के चड्डी अभी तक नई सुखाये हे😂😂😂
[7/8, 9:44 PM] Chhatrapal Sahu: हम तो पागल है जो शायरी में ही दिल की बात कह देते है....
लोग तो गीता पे हाथ रखके भी सच नहीं बोल पाते ...
[7/18, 5:01 PM] Chhatrapal Sahu: पढ़ई लिखई में ठिकाना नइहे
गली में मटमटावत हे
हार्न ल बजा बजा के
फटफटी ल कुदावत हे।

घेरी बेरी दरपन देख के
चुंदी ल संवारत हे
आनी बानी के किरीम लगा के
चेहरा ल चमकावत हे।

सूट बूट पहिन के निकले
चसमा ल लगावत हे
मुंहू में गुटका दबाके
सिगरेट के धुंवा उड़ावत हे।

मोबाइल ल कान में लगाके
फुसुर फुसुर गोठियावत हे
फेसबुक अऊ वाटसप चलाके
मने मन मुस्कावत हे।

संगी साथी संग घूम घूमके
आदत ल बिगाड़त हे
फोकट म खाय ल मिलत त
बाप के कमई ल उड़ावत हे |

लाज शरम तो बेचा गेहे
कनिहा ल मटकावत हे
नाक ह तो पहिली ले कटा गेहे
अब कान ल छेदावत हे |
[7/19, 9:23 PM] Chhatrapal Sahu: अजीब शब्द हैं : *Sorry*

इंसान कहे, तो झगड़ा ख़त्म

डॉक्टर कहे, तो इंसान ख़त्म

😳🙄
[7/20, 7:57 PM] Chhatrapal Sahu: चींव चींव करके छानही में
चिरइया गाना गावाथे |
आनी बानी के मशीन आय ले
सब चीज नंदावत हे ||
धनकुट्टी मिल के आय ले
ढेंकी ह नंदागे
घरर घरर जांता चले
अब कोन्टा में फेंकागे
गली गली में बोर होगे
तरिया नदिया अटागे |
घर घर में नल आगे
कुंवा ह नंदागे |
पेड़ ल कटइया सबो हे
कोनो नइ लगावत हे
आनी बानी के मशीन आय ले
सब चीज नंदावत हे ||
टेकटर के आय ले
कोनो नांगर नइ जोतत हे
गाय बइला ल पोसेल छोड़के
कुकुर ल अब पोसत हे
कहां ले पाबे दूध दही
अऊ कहां ले पाबे मेवा
लछमी ल तो छोड़के
कुकुर के कराथस सेवा
घर मे होवत हांव हांव
कुकुर कस नरियावत हे
आनी बानी के मशीन आय ले
सब चीज नंदावत हे ||
मिकसी के आय ले
सील लोढहा नंदागे
कुकर में खाना बनत
हड़िया ह फेकागे
चुल्हा फुंकइया कोनो नइहे
गेस सिलेंडर आगे
निरमा पाउडर में बरतन मांजत
राख ह नंदागे
जतकी सुविधा बाढ़त जावत
ओतकी आदमी अलसावत हे
आनी बानी के मशीन आय ले
सब चीज नंदावत हे ||
[7/21, 8:24 AM] Chhatrapal Sahu: !! आगे सुघ्घर सवनाहि !!
आसाढ़ रजुतिया के बाद आगे सुघ्घर सवनाहि,
मन मा हिलोर मारत आगे सुघ्घर सवनाहि !
हरियर-हरियर खेत खार दिखए,
कोयलि सुनावय सुघ्घर-सुघ्घर बानि,
भोला बबा ल मनाबो नंदिया ले चघा के पानी,
मन मा हिलोर मारत आगे सुघ्घर सवनाहि !
लिम के सुघ्घर गाड़ा बनाबोन,
सियार मा हमर देव धामी ल मनाबोन,
झुलना झुलत रुख मा नोनि मन गावत हे गानि,
मन मा हिलोर मारत आगे सुघ्घर सवनाहि !
तंतर-मंतर कोनो जादू सिखत हे,
टोटका ले बाचे बर गोबर के पुतरा बनत हे,
सुघ्घर हरेलि तिहार के बाट जोहत हे सबझनि,
मन मा हिलोर मारत आगे सुघ्घर सवनाहि !
[7/24, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: "सवनाही" बिकट सुघ्घर लागथे..

हरियर-हरियर खेत-खार..
सवनाही रेला धारे-धार..
हरेली हमर पहिली तिहार..
बिकट सुघ्घर लागथे..!

गेड़ी के रचरिच-रचरिच..
बइला गाड़ी के गढ़गिड़-गढ़गिड़..
झूलना इमली डारा के सरसिर-सरसिर..
बिकट सुघ्घर लागथे..!

कोयली के डार-डार कुहकई..
पनिहारिन के चटक-मटक रेंगई..
किसनहा कका के पानी ल देख मुसकई..
बिकट सुघ्घर लागथे..!

                  छत्रपाल
[7/27, 2:29 PM] Chhatrapal Sahu: आंसू पोंछ कर मेरे गुरु ने
हँसाया है मुझे
मेरी हर गलती पर भी
मेरे गुरु ने सीने से लगाया है मुझे
विश्वास क्यों न हो मुझे अपने गुरु पर
मेरे गुरु ने हर हाल में
जीना सिखाया है मुझे
"यह गुरु का दर है यहाँ
मनमानी नही होती,
यह बात भी पक्की है
कि कोई परेशानी नही होती,
कुछ तो बात होगी मेरे गुरु में,
यूंही दुनिया इनकी दीवानी नही होती..."
🙏🙏🌹🌹🔥🔥
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: *एक बात बताओ,*

*भाड़ में जाने के लिए*

*ऑटो ठीक रहेगा या टैक्सी ??*
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: एक बात पूछनी थी~

ये जो #इज्ज़त_का_सवाल होता है....

ये #कितने_नम्बर का होता है ¿?
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: एक बात बताओ

धोखा खाने के बाद

पानी पी सकते हैं क्या
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: किसी को पता है,गलतियों पर डालने वाला पर्दा कहाँ मिलता है..?

और कितना मीटर लेना पड़ेगा..??
😆😆जस्ट पुछिँग 😄😝
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: किसी को पता है।

पाप को घड़े में ही क्यूँ भरते है,

ठंडा रहता है क्या

😂😂😂😂
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: किसी को पता है...

,

,

ये दिल पर रखने वाला पत्थर कहाँ मिलता है ??
और कितने किलो का लेना होता है ??
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: कोई बता सकता है कि सब लोग "इज्जत" की रोटी कमाना चाहते हैं

लेकिन कोई "इज्जत" की सब्जी क्यों नहीं कमाना चाहता.. ?🤔🤔

😜😝
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: *किसी के जख्मों पर नमक छिड़कना है।*

*कौन सा सही रहेगा?*

*#टाटा या #पतंजलि ...*

😝😝😝
😹😹😹😹😹😹😹
[7/27, 5:12 PM] Chhatrapal Sahu: *एक बात बताओ*

*जिनकी दाल नही गलती वो*

*सब्जी बना सकते हैं क्या??*

😜😜🤣🤣
[7/27, 8:35 PM] Chhatrapal Sahu: एक गाँव में पति - पत्नी रहते थे।


अभी भी

वहीं रहते हैं।😆😆😆😆😆😅😅😂😂
..
रोज़ नया जोक कहाँ से लाऊं।...
गरीब आदमी हूँ।।।।
😁😁😁😁😁😁
[8/9, 1:28 PM] Chhatrapal Sahu: हमर पारा- तुहर पारा,
सबौ कोती "गेड़ी" चढ़बो,
हरेली के तिहार सँगी,
बने मंजा के मनाबो.!!
बैला,नांगर,गैति,कुदारी,
सब ल धोबो,
गुड़ के चिला,,
रोटी- पीठा द्वारि म बनाबो.!!
देवता धामी के पूजा करबो,
कुकरि- बोकरा के भेट चढ़ाबो.!!
हमर पारा- तुहर पारा,
सबौ कोती "गेड़ी"चढ़बो,
हरेली के तिहार सँगी,
बने मंजा के मनाबो.!!
गरवा- बछरू ल धो के,
नुन संग बगरंडा के,
पान- पताई ल खिलाबो.!!
घर के मुहटा मे लिम पान,
आउ काटी खिला ठेसाबो.!!
कुल देवता ल अरजी करबो,
रोग- राई ल, गाँव ले भगाबो.!!
हमर पारा- तुहर पारा,
सबौ कोती "गेड़ी" चढ़बो.!!
हरेली के तिहार सँगी,
बने मंजा के मनाबो.!!
गलि-गलि,चौक-चौक म,
नरियर फेक ल खेलबो,
थोरकन हारबो-जितबो,
लईका मन के टोली ल,
संग म रेंगा के थकाबो.!!
हमर पारा- तुहर पारा,
सबौ कोती गेड़ी चढ़बो.!!
हरेली के तिहार सँगी,
बने मंजा के मनाबो.!!
🙏🏻😊🌾🌱🌱🌾😊🙏🏻
[8/9, 9:13 PM] Chhatrapal Sahu: 🐦कऊवा रईथे खोधरा म
       बिला म मुस्वा रईथे जी 🐀
🐿कोलिहा रईथे खेत खार म,
       पानी म केछवा रईथे जी🐢
🐕कुकुर ह रईथे खोर गली म,
        मिट्ठू रुख राई म जी🐔
रेरा चिराई के खोंधरा सुग्घार
     माटी  म गेगरुवा रईथे जी🐛
[8/10, 9:28 PM] Chhatrapal Sahu: जम्मो जनम मा इहि भुईयाँ मिलय,
भारत माता कस कोरा मिलय,
गुनत रइथव भगवान ले मेहा, जम्मो जनम मा,
छत्तीसगढ़ महतारी के संसकार मिलय !!
!!जय जोहार!!
[8/14, 8:48 PM] Chhatrapal Sahu: लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका ,कल आगाज़ आयेगा,....
मेरे लहू का हर एक कतरा , इकंलाब लाऐगा ।
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर ,मरने वालों का सैलाब आयेगा ।
. #हिन्दुस्तान_ज़िंदाबाद
[8/15, 5:36 PM] Chhatrapal Sahu: इंसानियत से आज मेरा भरोसा उठ गया..!!!

.

कल तक जो लड़की साथ जीने मरने की
कसमें खाती थीं..!!!

.
.
.
.
.

आज जब
.

*(धान रोपने)* का समय आया तो, फोन तक नहीं उठा रही.!
😑😑😔😑😑
[8/17, 11:32 AM] Chhatrapal Sahu: "सुरता आथे"
••••••••••••••••••••••••••••••••
रात दिन मैंय गुंनत रहिथो
आँसु के धार मोला रोवाथे
तोर बिन मन नई लागे गोई
घेरी बेरी तोर सपना आथे
मिले बर परियास बहुत करेवं
सुरता तोर अब्बड़ सताथे
लिख लिख पतिया तोर बर लिखवं
धर धर आंसु के धार बोहाथे
मया के गोठ मैंय का लिखवं
सोचत सोचत दिन पहाथे
मोर जिनगि के मयारु संगी
रहि रहि तोर सुरता आथे!!
✍�मयारुक छत्तीसगढ़िया
[8/18, 8:43 AM] Chhatrapal Sahu: *हमर छत्तीसगढ़ के निर्माता अब तोला कंहा पाबो*
*पुरा भारत के सोंच रखैइया तोला कंहा पाबो*
*कविता म कविता के आसु लवैइया तोला कंहा पाबो*
*सच म अटल असन अटल भगवान कंहा ले पाबो*
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
[8/18, 11:14 AM] Chhatrapal Sahu: मोर मन के मितवा मयारू,,,
                   सुरता म समाये हस!!
मया के रोग लगा के,,,
                मोला तै तरसाये हस!!
का जादू तै करे ग बैहा,,,
          मोर मन तै हा समाये हस!!
होगे हव तोर मया के दिवानी,,,
          कईसे तै नई पहिचाने हस!!
करथव तोर ले मया मै अब,,,
                 काबर तै दुरिहाये हस!!
मोर मन के मितवा मयारू,,,
                      सुरता म समाये हस!!
🌹🌹🌹🌹🌻🌻🌻🌻🌞🌞🌞🌞🎋🎋🍂🍂
[8/18, 11:53 AM] Chhatrapal Sahu: #कहमुक़री_छन्द कृति के परयास समर्पित👏

काहत रहिगे तँय रोज रोज ,
लुगरा ला बिसाहु खोज खोज ।
संग मिले के हाबे बड़ आस ,
का कहिबे सखि , करथे उदास ।।(१)

सुरता करथो मन नज़र नज़र ,
जोहत रददा ला जगर बगर ।
सजना मोर जिनगी के आवस ,
का कहिबे सखि , जानत हावस ।।(२)

बोली मा मिठास गुतुर गुतुर ,
जाथस तुरते तँय सुटुर सुटुर ।
मया हमर झन छुटय वो सुनाय ,
का कहिबे सखि , अइसे कहाय ।।(3)
[8/19, 11:04 AM] Chhatrapal Sahu: सावधान इंडिया...

रक्षाबंधन आ रहा है 😜

ना पापा की मार से,

ना लड़की के इनकार से,

ना चप्पलों की बौछार से,

आशिक सुधरेंगे तो रक्षाबंधन
के त्योहार से😂😂😜😜😜😜
Happy rakhchaabandhan अडवांस me
[8/19, 9:44 PM] Chhatrapal Sahu: 😄😄👌👌🌹🌹🌹😃😃😃

ना आइडिया ना एअरटेल
टुरी जियो के दीवानी होगे रे , फिरी म पाके डेटा
टुरी ह शयानी होगे रे

😄😄😄🌹🌹🌹🌹🌹
[8/21, 12:21 PM] Chhatrapal Sahu: 😄😄😄🌹🌹🌹😃😃😃

मैं खुदे विधायक बर लड़ईया रहेव,
फजर मोर बाई कईथे,
मैं अपन वोट तोला नही,
मोबाइल देवईया ल देहू।।
😃😃😃🌹🌹🌹😃😃😃
[8/22, 2:08 PM] Chhatrapal Sahu: * राखी हा आवथे * 

राखी हा आवथे,मोर जीव  धुक धुकावथे,
बहिनी हा रोज मोला फोन,घनघनावथे।

लूगरा के क्वालिटी ला पहले से बतावथे,
भाव ला सुनके ,जीव मोर घबरावथे।

ऐती मोर बाई हा ,मुहू ला फूलावथे,
हल्का वाला ले देबे ,कहिके मोला हड़कावथे।

उपर ले पानी हा रात दिन रोवावथे,
खेती - खार सब्बो, बिन पानी के सुखावथे ।

बँगाला के भाव ला, दिनोदिन बड़हावथे,
बिन बँगाला के साग-पान,एक कनी नई मीठावथे।

का थोथना ला अच्छा दिन आवथे,
रात दिन गरीब ला ईहा रोवावथे।

          🙏🏻 *बहिनी*🙏🏻

        भाई तै मान चाहे मत मान,
        लागू होगे तोर सातवाँ वेतनमान।

       मोर बर अच्छा वाला लूगरा तेँहा लान,
       कईसे करके लानबे, तेला  तै जान।

      भाँचा भाँची मन भी,सँग मे आवथे,
      ममा,हमरो बर, कहिके चिल्लावथे।

      कईसे करौं भाई मै ,कँदर गेये  हँव,
      का करौँ का नई करौँ, मै दँदर गेये हँव।

              💐💐💐
[8/23, 6:30 PM] Chhatrapal Sahu: छत्तीसगढ़ के बनइय्या नँइहे.
कविता के पढ़इय्या नँइहे.
मोर भारत के स्वाभिमान ल,
अटल कस बढ़इय्या नँइहे.
१.
बनके अनु ले परमानु जइसे,
नवा शक्ति संचार भरिस.
मोर देश के अंग अंग मा,
सुरुज किरन कस अंजोर करिस.
गुड़हा असन बोली भाखा म
बोल गुरतुर गोठयइय्या नँइहे.
मोर भारत के.......
२.
बइरी ला घलोक संगी जानय,
सदा अपन जे गला लगाइस.
अमीरी गरीबी के खँचवा पाटय,
दुखिया मनबर भला कहाइस.
मोर भारत महतारी के झरझर,
ढरत आँसू के पोछइय्या नँइहे.
मोर भारत के.......
३.
बनके भारत के मुखिया जेहा,
भारत माता के सेवा बजाइस.
सबझन के रही वो दुलरवा,
दुनिया मा भारत रतन कहाइस.
कभू राजनेता,कभू कवि बनके,
मन के पीरा बतइय्या नँइहे.
मोर भारत के.......
४.
रोवत हे पूरा भारतवासी,
ढर ढर आँसू बोहावत हे.
लहुट के आबे अउ अटल,
मोर छत्तीसगढ़ गोहरावत हे.
तोर छोड़ अब ये नीलकमल के,
अउ कोनों पुछइय्या नँइहे.
मोर भारत के.....
[8/25, 10:28 AM] Chhatrapal Sahu: छत्तीसगढ़ मा चलहि सिरिप एक,
छत्तीसगढ़िया जात,
करव जम्मो संगवारि मन सिरिप,
छत्तीसगढ़ि मा गोठ बात,
तभे मजबूर होहि राज सरकार,
करे बर छत्तीसगढ़ि मा कामकाज
तभे आहि छत्तीसगढ़ मा सुघ्घर
छत्तीसगढ़िया राज ,
देखावव अपन ताकत वोट के
अउ भगावव परदेसीया नेता दगाबाज ,
कोनो भी पारटि के रहाए चुनाव लड़इया
बहुत जरुरि हे ओकर होना छत्तीसगढ़िया !!

Comments

  1. Bht bht badhiya chhatrapal ji......ese hi likhte rhiye . Bht achi kavitay hai

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